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केरल: बच्ची ने गुल्लक में जमा 9 हजार रु. दिए; मछुआरों ने मेहनताना ठुकराया, कहा- जान बचाने के पैसे नहीं लेंगे | Kerala rain and flood news

केरल: बच्ची ने गुल्लक में जमा 9 हजार रु. दिए; मछुआरों ने मेहनताना ठुकराया, कहा- जान बचाने के पैसे नहीं लेंगे

        कई राज्यों के सरकारी कर्मचारियों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए दान दी अपनी सैलरी
- 8 अगस्त से केरल भारी बारिश और बाढ़ से जूझ रहा, अब हालात सामान्य

Kerala 
          बाढ़ से जूझ रहे केरल में बारिश की तीव्रता कम हो रही है। लिहाजा, अब बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर हो रहे हैं। सेना, एनडीआरएफ और अन्य सरकारी एजेंसियां रेस्क्यू में जुटी हैं। इस बीच कुछ ऐसे भी चेहरे सामने आए, जिनकी मदद किसी मिसाल से कम नहीं। तमिलनाडु की 9 साल की अनुप्रिया नई साइकिल के लिए पैसे जोड़ रही थीं, लेकिन केरल के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उन्होंने 4 साल में जमा किए 9 हजार दान दे दिए। उधर, केरल सरकार ने मछुआरों से बचाव कार्य में जुटने की अपील की। उनसे कहा गया कि आपकी टीम के हर सदस्य को 3-3 हजार दिए जाएंगे। मछुआरों ने रुपयों की पेशकश को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा- मदद करना हमारा कर्तव्य है, इसके लिए पैसों की जरूरत नहीं।
          बच्ची ने रोज 5-5 रुपए जोड़े : फिझुपुरम की अनुप्रिया साइकिल के लिए रोज 5-5 रुपए जोड़ती थीं। उन्हें केरल के लोगों की हालत के बारे में पता चला तो 5 पिगी बैंक में जोड़े सारे पैसे दान करने का फैसला कर लिया। पांचों पिगी बैंक तोड़ने के बाद 9 हजार रुपए निकले, जिन्हें मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा करा दिया गया।
          मां ने कहा- एशियाड में मेडल जीतना, हमारी फिक्र मत करो : पलक्कड जिले में रहने वाले एम श्रीशंकर (19) लंबी कूद के खिलाड़ी हैं और पहली बार एशियाड में हिस्सा ले रहे हैं। उनके दादा, चाचा और चाची इडुक्की में रहते हैं, जहां बाढ़ आई है। ये तीनों परिजन लापता हैं। लेकिन, श्रीशंकर की मां ने कहा- सब ठीक हो जाएगा। तुम अपने खेल पर ध्यान दो और मेडल जीतकर लौटो। श्रीशंकर क्वॉलिफाइंग राउंड में 28 अगस्त को हिस्सा लेंगे। उनके पिता एस मुरली अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रिपल जंपर रहे हैं। उनकी मां केएस बिजिमोल 800 मीटर कैटेगिरी में अंतरराष्ट्रीय धावक रह चुकी हैं।
         मछुआरे बोले- जान बचाने से ज्यादा खुशी किसी चीज में नहीं : कोच्चि में मछुआरों की टीम ने कई लोगों की जान बचाई। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस टीम की तारीफ की और हर सदस्य को 3-3 हजार रुपए देने की बात कही। लेकिन, दल के सदस्य खैस मोहम्मद ने कहा- मैं और मेरे साथी मुख्यमंत्री की तारीफ से ही खुश हैं। हमें किसी भी तरह का मेहनताना नहीं चाहिए। लोगों की जान बचाने से ज्यादा खुशी किसी भी चीज में नहीं है।
        सरकारी अफसरों ने भी की मदद : केरल के पीड़ितों की मदद के लिए अलग-अलग राज्यों के सरकारी अफसर भी कदम बढ़ा रहे हैं। आंध्र प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 20 करोड़ रुपए भेजे हैं। वहीं, राजस्थान, तमिलनाडु और केरल के आईपीएस-पीसीएस अफसरों ने एक दिन की तनख्वाह बाढ़ पीड़ितों को दी है। इसके अलावा फेसबुक ने मदद के लिए 1.75 करोड़ रुपए भेजे हैं।
           आप भी केरल को दान करना चाहते हो तो इस वेबसाइट से कर सकते हो।।।
          Kerala Goverment donate link
    https://donation.cmdrf.kerala.gov.in

              ।।ज्यादा जानकारी के लिए वीडियो देखे।।
   
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