मौत के बाद भी खुली थी 8 साल की बच्ची की आंखें, मानों कही रही हो इंसाफ चाहिए
India : मामा के लड़के के फलदान में उत्साह से शामिल होने गई 8 साल की मासूम शैजल अपने ही रिश्तेदार की गोली का शिकार हो गई। उसके हत्यारे को परिवार के सब लोग जानते हैं, लेकिन सजा दिलाने को तैयार नहीं हैं। इसीलिए हर व्यक्ति उसका नाम बताने में पीछे हट रहा है। इन सबके बीच मौत के बाद भी मासूम की आंखें खुली हुई थीं। उसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वह कह रही हो कि मेरे हत्यारे को सजा दिलवाओ.मुझे इंसाफ चाहिए।
शैजल के पिता सतेंद्र जादौन का कहना है कि इतनी छोटी बच्ची से किसकी क्या दुश्मनी हो सकती है? ये तो एक एक्सीडेंट मात्र है, वहीं उसके नाना कल्याण सिंह भदौरिया का कहना है कि गोली चलाने वाले हैं तो दूर के रिश्तेदार ही, लेकिन उनका नाम नहीं पता। कभी साल-छह महीने में एकाध बार मुलाकात होती है।
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मैं अपने भतीजे सोनू भदौरिया निवासी गोयान मोहल्ला घासमंडी के लगुन फलदान के प्रोग्राम में मय अपनी पत्नी सुनीता जादौन और बच्ची शैजल जादौन के साथ शामिल होने आया था, जिसमें फलदान समारोह के दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हर्ष फायर करने से गोली मेरी बच्ची शैजल की पसलियों में लगी। 13 फरवरी को रात 11.30 बजे उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसकी दौराने उपचार मृत्यु हो गई। मौके पर मौजूद क्षेत्र के लोगों ने पहचान न खोलने की शर्त पर बताया कि हमने तो गोली चलने के बाद आरोपी को पकड़ भी लिया था, वह शराब के नशे में धुत था, लेकिन परिवार के लोगों ने रिश्तेदारी का हवाला देकर छुड़वा दिया।
इतनी नजदीक से चली थी गोली कि पसलियों को चीरते हुए आर-पार निकली गोली
घटना के बाद पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल की तो सामने आया कि गोली पिस्टल से और बहुत ही करीब से लगी है। यह हर्ष फायर नहीं है। गोली दायीं तरफ से घुसी और बायीं तरफ से बाहर निकल गई। मौके पर गोली नहीं मिली, न ही पीएम में गोली मिली। जिस तरह घटना घटी उसमें पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि युवक हर्ष फायर कर रहा था। इसी दौरान दूसरे युवक ने फायर करने के लिए पिस्टल छीनी तो अचानक ट्रिगर दबा और गोली चल गई। इससे गोली पसली के पास से घुसी। अगर हर्ष फायर होता तो गोली ऊपर से आती। इसके लिए पुलिस ने वीडियो कैमरा मंगवाया है।
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